ही छुम छुम जलिं या नौका
कशि जाइल पैलतिराला ?
ही बावरली बाला
चांद खुले गगनाला
कुंजविहारी जणुं हासे
धाऊनि ये प्रभु विनवि तुला
गीत | – | गो. ल. आपटे |
संगीत | – | पंडितराव नगरकर |
स्वर | – | पंडितराव नगरकर |
नाटक | – | संगीत देहूरोड |
गीत प्रकार | – | नाट्यसंगीत |
ही छुम छुम जलिं या नौका
कशि जाइल पैलतिराला ?
ही बावरली बाला
चांद खुले गगनाला
कुंजविहारी जणुं हासे
धाऊनि ये प्रभु विनवि तुला
गीत | – | गो. ल. आपटे |
संगीत | – | पंडितराव नगरकर |
स्वर | – | पंडितराव नगरकर |
नाटक | – | संगीत देहूरोड |
गीत प्रकार | – | नाट्यसंगीत |