जय महालक्ष्मी वससी व्यापकरुपे – Shri Mahalaxmi Aarti

Mahalakshmi aarti lyrics in Marathi जय देवी जय देवी जय महालक्ष्मी। वससी व्यापकरुपे तू स्थूलसूक्ष्मी॥ करवीरपुरवासिनी सुरवरमुनिमाता। पुरहरवरदायिनी मुरहरप्रियकान्ता। कमलाकारें जठरी जन्मविला धाता। सहस्त्रवदनी भूधर न पुरे गुण गातां॥ १ ॥ मातुलिंग गदा खेटक रविकिरणीं। झळके हाटकवाटी पीयुषरसपाणी। माणिकरसना सुरंगवसना मृगनयनी। शशिकरवदना राजस मदनाची जननी॥ २ ॥ तारा शक्ति अगम्या शिवभजकां गौरी। सांख्य म्हणती प्रकृती … Read more