किसी रोज Kisi Roz Lyrics in Hindi – Auron Mein Kahan Dum Tha

किसी रोज, किसी रोज… किसी रोज बरस जल-थल कर दे ना और सता ओ साहिब जी मैं युगों-युगों की तृष्णा हूँ तू मेरी घटा ओ साहिब जी मैं युगों-युगों की तृष्णा हूँ तू मेरी घटा ओ साहिब जी किसी रोज बरस जल-थल कर दे ना और सता ओ साहिब जी पत्थर-जग में कांच के लम्हे … Read more

ए दिल जरा Ae Dil Zara Lyrics in Hindi – Auron Mein Kahan Dum Tha

ए दिल जरा कल के लिए भी धड़क लेना ये आज की शाम संभाल के रख लेना कहां ऐसे लम्हे आएंगे फिर? ये आग हवाओं में होगी कहां कि रोज़ तू बाहों में होगी कहां ये सोच के जान निकलती है तुम आज के बाद मिलोगी कहां ये आंच मिली है तो आज दहक लेना … Read more

तू Tuu Lyrics in Hindi – Auron Mein Kahan Dum Tha

कोई जतन आराम ना आए कोई हकीमी काम ना आए तेरी सुद में जब ना तड़पुं ऐसी कोई शाम ना आए मन ही अकेला धन था मेरा लेके हुए दो नैन फरार ऐसे लुटेना कोई जैसा लुटा कबीरा बीच बाजार प्राण चले हैं छोड़ बदन को हार गए पंडित ओझा सांस बिना मैं जी लू … Read more