Bareilly Ke Bazaar Lyrics in Hindi – Mayur Puri
नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं
नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं
नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं
अरे रे रे मेरा सैंडल टूटा रे
बरेली के बाजार में
मुझे सबने लूटा रे
बरेली के बाजार में
यह गली है संगनी लोग बठेरे
उसपे आशिक सारे तेरे
जान के फिर तू गयी ही क्यूं
बरेली के बाजार में
कल तूने बोला था मुझको
आज मिलेगा शाम रे
मिलने से पहले होते हैं
मुझको कितने काम रे
काजल बिंदिया पायल झुमके
हुस्न के सब हथियार वे
तेरी ही खातिर लेने थे
कुल सोलह सृंगार वे
तू मेरे ना कर बहाने
हैं तेरे सौ सौ दीवाने
जबसे गई है आग लगी
बरेली के बाजार में
चार दिनों का प्यार नहीं
ना चार कदम की दूरी
सइयां बैयां छोड़ के पहले
शर्तें सुन पूरी
हाँ सात समंदर सात आसमान
सात जनम के फेरे
पार करोगे हाथ पकड़ के
साथ साथ तुम मेरे
किसने देखा कल दीवानी
तू बढ़ा ना ये कहानी
यहीं शुरू कर ख़तम यहीं
बरेली के बाजार में
अरे रे रे मेरा सैंडल टूटा रे
बरेली के बाजार में
मुझे सबने लूटा रे
बरेली के बाजार में
मेरा सैंडल टूटा रे
बरेली के बाजार में
मुझे सबने लूटा रे
बरेली के बाजार में